बुधवार, 22 मार्च 2017

नीति आयोग

नीति आयोग National Institution For Transforming India, पंडित  जवाहर लाल नेहरू के युग में शुरू की गई योजना आयोग का प्रतिस्थापन है।  नेहरू काल में शुरू किये गए योजना आयोग (15 मार्च, 1950) ने भारत के पंचवर्षीय विकास की योजना को कई सालो  तक लागू किया। भारत में लगभग 30 साल के बाद पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई भाजपा सरकार ने वर्षों पुरानी योजना आयोग का नाम बदलकर 01जनवरी, 2015 को  नीति आयोग रख दिया है।

नीति आयोग का उद्देश्य है
ऐसे सुदृढ़ राज्यो का निर्माण करना जो आपस में एकजुट होकर एक सुदृढ़ भारत का निर्माण करे।  

राज्यो और केंद्र की ज्ञान प्रणालियां विकसित करना।

नीति आयोग ने "नीति व्याख्यान: ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया" का शुभारंभ करने की घोषणा की है।

इस आयोग की  कार्य प्रणाली में भी एक  बड़े स्तर पर बदलाव किया गया है।  इस नयी संस्था को थिंक  टैंक के रूप में वर्णित किया गया है। इस आयोग का प्रारंभिक कार्य सामाजिक व आर्थिक मुद्दों पर सरकार को सलाह देने का है ताकि सरकार ऐसी योजना का निर्माण करे जो लोगो के हित में हो।

नीति आयोग किस प्रकार योजना आयोग से भिन्न है:-

नीति आयोग ने लोगो के विकास के लिए नीति बनाने के लिए सहकारी संघवाद को शामिल  किया है।
इसके आधार पर केंद्र के साथ राज्य की योजनओ को बनाने में अपनी राय रख सकेंगे। इसका उद्देश्य जमीनी हक़ीक़त के आधार पर योजना बनाना होगा।

संरचना 

पदेन अध्यक्ष: प्रधानमंत्री  
गवर्निंग कौंसिल: राज्यो के मुख्यमंत्री और संघ शासित क्षेत्रों के लेफ्टिनेंट गवर्नर। 
क्षेत्रीय परिषद्: जरुरत के आधार पर गठित, मुख्यमंत्री एवं क्षेत्र के लेफ्टिनेंट को शामिल किया गया। 
सदस्य: पूर्णकालिक आधार पर। 
अंशकालिक सदस्य: अधिकतम 2 रोटेशनल, प्रासंगिक संस्थानों से 
पदेन सदस्य: मंत्रियो की परिषद् से अधिकतम 4, प्रधानमंत्री द्वारा नामित 
सी.ई.ओ.: निश्चित अवधि के लिए प्रधानमंत्री द्वारा नियुक्त   
सचिवालय: यदि आवश्यक हो 

अंकिता पांडे 
B.A. IInd Year
परिष्कार कॉलेज, जयपुर